एमपी धमाका, विदिशा
नाली निर्माण करते समय कई महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है ताकि नाली का निर्माण उच्च गुणवत्ता वाला हो और लंबे समय तक चल सके और लोगों को सुविधा हो। लेकिन विदिशा नगरपालिका के इंजीनियरों को इन नियमों और गुणवत्ता से कोई लेना-देना नहीं है। अभी हाल में नीमताल पर भैया साहित्य सदन के सामने नगरपालिका की सब इंजीनियर की गैर मौजूदगी में एक नाली का निर्माण चर्चा का विषय बना हुआ है।
लगभग सवा दो लाख की लागत से सब इंजीनियर की अनदेखी से घटिया निर्माण किया गया।
तकनीकी जानकार ने बताया कि नाली का आकार और गहराई इस प्रकार होनी चाहिए कि वह पानी को आसानी से बहने लगे दे और गंदगी जमा न हो। नाली में उचित ढलान होनी चाहिए ताकि पानी तेजी से बह सके और नाली में जमा न हो। लेकिन पानी से भरी नाली में सूखा मसाला डालकर खानापूर्ति की गई। नाली को गहरा और चौड़ी करना था लेकिन इंजीनियर ने पूरा काम लेबर के हवाले छोड़ दिया और एक बार भी काम का निरीक्षण नहीं किया। जिसके चलते नाली में न ढलान है और गहराई है और न चौड़ाई है और न गुणवत्ता है।