एमपी धमाका भोपाल
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में जल गंगा संवर्धन अभियान मध्यप्रदेश में जल संरक्षण के संकल्प के लिये जन-सहभागिता जुटाने में एक ऐतिहासिक पहल सिद्ध हुआ है। मध्यप्रदेश राज्य रोजगार गारंटी परिषद द्वारा जारी नवीनतम राज्य स्तरीय प्रदर्शन डैशबोर्ड के आकलन के अनुसार उज्जैन को प्रदेश में चौथा और संभाग में पहला स्थान मिला है। जबकि खण्डवा जिले को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है ।
राज्य सरकार ने पांच प्रमुख क्षेत्रों — पुराने एनआरएम कार्य, खेत-तालाब, डगवेल, अमृत सरोवर और मायभारत पंजीयन — पर आधारित 100 अंकों की रैंकिंग प्रणाली लागू की है। इस आधार पर खंडवा जिला 89.02 अंकों के साथ शीर्ष पर रहा। खेत-तालाब निर्माण, डगवेल रिचार्ज और अमृत सरोवर की शुरुआत में खंडवा का प्रदर्शन सर्वोत्तम रहा। बालाघाट 83.26 अंक, रायसेन 83.19 अंक, उज्जैन 73.83, छिंदवाड़ा 72.90 और बुरहानपुर 70.41 दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवे एवं छठे स्थान पर रहे। प्रदेश के अधिकांश जिलों ने अमृत सरोवर और मायभारत श्रेणियों में पूर्ण अंक प्राप्त किए हैं।
खेत-तालाब निर्माण का लक्ष्य 77,940 तय किया गया था, लेकिन प्रदेश में 84,930 खेत- तालाबों का निर्माण किया जा रहा है, जो लक्ष्य के शत प्रतिशत से भी अधिक है। अभियान की अवधि में प्रतिदिन औसतन 933 खेत-तालाबों के निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया। डगवेल रिचार्ज संरचनाओं के लिये 1,03,900 के लक्ष्य में से 104,294 संरचनाओं का निर्माण जारी है, जो लक्ष्य से अधिक है। प्रतिदिन औसतन 1,146 डगवेल का निर्माण हो रहा है। अमृत सरोवर लक्ष्य 992 के मुकाबले 1,283 निर्मित किये जा रहे हैं, जो शत-प्रतिशत से अधिक हैं। मायभारत पोर्टल पर जलदूत पंजीयन का लक्ष्य 1,62,400 तय किया गया था, जबकि 2,30,740 स्वयंसेवकों का पंजीकरण किया जा चुका है जो लक्ष्य से काफी अधिक है।