जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक संपन्न
नल जल योजना हस्तांतरण की कार्यवाही सीईओ की निगरानी में हो
एमपी धमाका, विदिशा
कलेक्टर अंशुल गुप्ता की अध्यक्षता में जिला जल एवं स्वच्छता समिति (डीडब्ल्यूएससी) की बैठक आयोजित की गई। जिसमें मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री, सहायक यंत्री एवं समस्त उप यंत्री, विद्युत विभाग के अधिकारी तथा जल निगम के अधिकारीगण मौजूद रहे।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वर्षा काल को ध्यान गत रखते हुए इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि एक भी पेयजल स्रोत का पानी दूषित ना हो पाए। उन्होंने स्रोतों के शुद्धिकरण के संदर्भ में क्रियान्वित कार्य में कहीं भी जरा सी भी चूक ना हो के भी निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने आमजनों को बारिश के मौसम में पेयजल को कैसे स्वच्छ रखें की जानकारियों का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए । कलेक्टर ने जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया है कि वर्षा काल को देखते हुए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग सभी स्रोतों का क्लोरिनेशन का कार्य अति शीघ्र पूर्ण कराएं । ग्राम पंचायतें यह सुनिश्चित करें कि नलजल योजना के स्रोतों के आसपास कोई गंदगी ना रहे।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने नलजल योजना हस्तांतरण के पूर्व संबंधित जनपद के सीईओ के संयुक्त निरीक्षण उपरांत ही संबंधित पंचायत को सौंपी जाए। ग्राम पंचायतों को वितरित किए गए एफटीके के माध्यम से पेयजल के श्रोतों के परीक्षण नियमित रूप से कराया जावे।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने जल जीवन मिशन के कार्यों को गुणवत्तापूर्ण अति शीघ्र पूर्ण करें एवं जिन ठेकेदारों द्वारा कार्य करने में विलंब किया जा रहा है उनकी बैठक आयोजित कराकर समय से कार्य पूर्ण कराया जाए इसके बावजूद यदि विलंबता होती है मापदंडों के अनुसार कार्यवाही की जाए। कार्य नहीं करने वाले ठेकेदारों के साथ नियमानुसार कार्यवाही करें। उन्होंने जलकर की वसूली ग्राम पंचायत एवं सहायता समूह के माध्यम से सुनिश्चित करने ताकीद किया।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और ऊर्जा विभाग को कोई भी योजना विद्युत के कारण बंद ना रहे। स्रोत के अभाव में जो नलजल योजनाएं बंद हुई हैं उनमें वैकल्पिक स्रोत तलाश कर योजनाओं को चालू कराया जाए।