एमपी धमाका, विदिशा
जिला आयुष अधिकारी डॉक्टर दिनेश अहिरवार की मनमानी कार्यशैली और उदासीनता के कारण सीएम हेल्पलाइन की एक शिकायत का निराकरण 3 महीने बाद भी नहीं हो सका है। शिकायत में सारे प्रमाण होने के बावजूद जिला आयुष अधिकारी ने जानबूझकर शिकायत को निराधार बताते हुए एक तरफ प्रतिवेदन सीएम हेल्पलाइन को भेज देने का कारनामा किया है।
फर्जी वैद्य की मिलीभगत से बड़ा बाजार के सुंदरलाल जैन मेडिकल स्टोर के विरुद्ध बगैर एक्सपायरी डेट की महंगी दवाओं का ग़लत बिल बनाकर देने की लिखित शिकायत जिला आयुष अधिकारी को की थी, जांच में खाना पूर्ति करने के कारण मामले की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर 13 मार्च को की गई, सीएम हेल्पलाइन की जांच में भी जिला आयुष अधिकारी ने खाना पूर्ति करते हुए शिकायत निरस्त करने का एकतरफा प्रतिवेदन भिजवा कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली।
25 मार्च से सीएम हेल्पलाइन की शिकायत एल-3 अधिकारी के पास लंबित है, जिसका निराकरण आज 3 महीने बाद भी नहीं हो सका है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिला आयुष विभाग किस तरह से झोलाछाप डॉक्टरों, फर्जी वैद्यों और गलत बिल व ग़लत दवा देने वाले मेडिकल स्टोर को संरक्षण दे रहा है।