एमपी धमाका, विदिशा
विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत पौराणिक गाथाओं से जुड़े ग्राम पंचायत आमखेड़ा कालू में वटवृक्ष (लक्ष्मण झूला) में विकसित कृषि संकल्प यात्रा का आयोजन किया गया। जिसमें सहायक संचालक कृषि, सहायक कृषि यंत्री, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी विकासखंड गंजबासौदाध्नटेरन, सरपंच, कृषि वैज्ञानिक एवं विकासखंड नटेरन, बासौदा के कृषि विस्तार अधिकारी उपस्थिति रहे।
नटेरन के ग्राम सेउ, पमारिया एवं आमखेडा कालू में भी कृषि शिविर आयोजित किये गये। ग्राम पमारिया में आयोजित शिविर में सहायक कृषि यंत्री पीएस शाक्य ने बताया कि अनुदान पर उन्नत कृषि यंत्र जैसे सुपर सीडर, रोटावेटर, सीड कमफर्टी ड्रिल, ब्रॉड बेड फरो-प्लांटर, श्रेडरध्मल्चर, डायरेक्ट राइस सीडर आदि प्राप्त करने के लिये विभाग के पोर्टल ई-कृषि यंत्र पर कृषक स्वंय आवेदन कर सकते हैं। अभी साईट खुली हुई है आवदेन आमंत्रित किये जा रहे हैं। प्राप्त आवेदनों पर लक्ष्य अनुसार, कंम्प्यूटरीकृत लॉटरी अनुसार कृषकों को पात्रता अनुसार कृषि यंत्र उठाने पर अनुदान उपलब्ध कराया जाता है। ग्राम आमखेडा कालू में सहायक संचालक कृषि महेन्द्र सिंह ठाकुर ने उपस्थित कृषकों को नरवाई न जलाने की शपथ दिलाई एवं कृषकों को स्वाईल हेल्थ कार्ड वितरण किये।
ग्यासरसपुर के मढीपुर, अटारीखेजडा एवं पीपलखेडी ग्रामों मे भी विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत सभायें आयोजित हुई। सभाओं में ग्राम के सरपंच, क्षेत्र के तहसीलदार, तथा एसडीएम एवं अन्य अधिकारियों की उपस्थिति रही। कलेक्टर के निर्देश पर ग्राम मढीपुर के कार्यक्रम की निगरानी करने जिले से सहायक संचालक उद्यान श्री गिरवाल पहुंचे तथा ग्राम अटारीखेजडा के कार्यक्रम की निगरानी करने जिले से उप संचालक कृषि के.एस. खपेडिया तथा ग्राम पीपलखेडी के कार्यक्रम की निगरानी करने जिले से सहकारी बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पहुंचे। सभी विभागों के अधिकारियों ने विभाग में चल रही योजनाओं की जानकारी किसानों को प्रदान की। साथ ही किसानों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के संतुष्टि पूर्वक उत्तर प्रदान किये गये एवं किसानों की समस्या को हल किया गया।
जिले में जारी 15 दिवसीय विकसित कृषि संकल्प अभियान अंतर्गत अब तक जिले के 108 ग्रामों में शिविर आयोजित किए जा चुके हैं। शिविरों में कृषि वैज्ञानिक प्रति
दिन जिले के अलग-अलग 9 गांवों में पहुंचकर स्थानीय कृषकों से चर्चा कर रहे है एवं स्थानीय खेती की आवश्यकताओं को समझकर क्या-क्या नये अनुसंधानों की आवश्यकता है को जान रहे हैं। सोमवार 09 जून को विकासखंड लटेरी के ग्राम मुरवास, ललचिया एवं बामन खेडी में शिविर का आयोजन किया गया।