▪︎ यहाँ कोई मनोरंजन नहीं होता,
▪︎ यहाँ तो मरण भी मुक्ति का द्वार होता है!
📜शास्त्रों में कहीं भी यह नहीं लिखा कि लोग काशी देखने आएँ 👉
लोग तो यहाँ "मरने" आते हैं, क्योंकि यही वह स्थान है जहाँ
"प्राण त्यागने मात्र से" जन्म-मरण का चक्र टूट जाता है।
❗यह काशी है – अविमुक्त क्षेत्र – जहाँ महादेव स्वयं ताण्डव कर रहे हैं, यहाँ "ट्रैवल" नहीं होता — यहाँ परावर्तन होता है।
👉 यह कोई "घूमने" की जगह नहीं :---
यह तो वह भूमि है जहाँ आत्मा मोक्ष की अंतिम सीढ़ी पर खड़ी होती है।
अगर कफ़न में जेब होती,तो शायद लोग यहाँ से धन ले जाते…
पर वे तो सब कुछ छोड़कर आते हैं — क्योंकि यहाँ केवल एक ही वस्तु मिलती है — मोक्ष!
⚠️ काशी आने का अर्थ है — देह से ऊपर उठ जाना।
यहाँ केवल देहधारी नहीं, साधक आते हैं।
यहाँ जन्म भी उद्धार है और मृत्यु भी उत्कर्ष।
📢 इसलिए चेतावनी है 👉
काशी को "Selfie Zone" मत बनाओ।
यहाँ के घाटों पर चाय की चुस्कियों से ज़्यादा गम्भीर है जीवन का आख्यान।
▪︎ काशी, केवल तीर्थ नहीं — तीर्थराज है।
यह मंगलमयी जन्मभूमि भी है, और मोक्षदायिनी मृत्युभूमि भी।
📢 यह चेतावनी है….....
काशी को केवल "देखो" मत -- "समझो", "गुनो" और "नतमस्तक हो जाओ"…।
✍️ संकल्प रामराज्य चैनल