आज हम अपने पाठकों को दुनिया के अनूठे हनुमान मंदिर लेकर पहुंच रहे हैं, जहां श्री हनुमानजी महाराज अपने पांचो भाइयों के साथ अपने भक्तों को दर्शन देते हैं। हम बात कर रहे हैं श्री वृन्दावन धाम अटल्ला चुंगी चौराहा स्थित श्री बालाजी देवस्थान मंदिर की। इतना ही नहीं इस अनोखे मंदिर में हनुमान जी की जन्म कुंडली के साथ उनकी अष्ट सिद्धि और नव निधियों के भी दर्शन होते हैं, जो इसे दुनिया का एकमात्र ऐसा मंदिर बनाता है।
यह मंदिर अपनी अनूठी वास्तुकला और आध्यात्मिक ऊर्जा के लिए प्रसिद्ध है।
वृंदावन सदियों से भक्तों के लिए आस्था और भक्ति का केंद्र रहा है। श्री वृंदावन बालाजी देवस्थान का निर्माण हाल के वर्षों में हुआ है, लेकिन इसकी आध्यात्मिक महिमा अत्यंत पुरातन है। इस मंदिर का उद्देश्य भक्तों को भगवान हनुमान जी की कृपा और शक्ति का अनुभव कराना है।
मंदिर में दुनिया का पहला हनुमान चालीसा स्तंभ स्थापित किया गया है, जिस पर हनुमान चालीसा के सभी दोहे अंकित हैं। भक्त इस स्तंभ की परिक्रमा कर अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने की प्रार्थना करते हैं।
इस मंदिर में हनुमान जी के अलावा उनके पांच भाई श्री केतुमान, श्री गतिमान, श्री धृतिमान, श्री मतिमान और श्री श्रुतिमान के दिव्य दर्शन होते हैं। इस कारण भी यह दुनिया का अनोखा हनुमान मंदिर है।
हनुमान भक्तों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है।
इसके अलावा इस मंदिर में हनुमान जी की जन्म कुंडली को देखना भक्तों के लिए एक अनूठा अनुभव होता है। वहीं अष्ट सिद्धि और नव निधियों के दर्शन कर भक्त दिव्यता का अनुभव कर अपने को धन्य मानते हैं। भगवान श्री कृष्ण की नगरी में हनुमानजी का यह मन्दिर कई तीर्थ यात्रियों को आकर्षित करता है।