क्षेत्र के नागरिक समस्याओं के निराकरण और योजनाओं के लाभ के लिए यहां-वहां ना भटकें, सभी के कार्य समयावधि में हों - कलेक्टर
कलेक्टर ने आईटीआई में प्रवेश संख्या बढ़ाने पर दिया विशेष जोर
एमपी धमाका, विदिशा
कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने आज लटेरी क्षेत्र में भ्रमण कर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन, विकास कार्यों तथा प्रदाय की जा रही शासकीय सेवाओं और शैक्षणिक व्यवस्थाओं के क्रियान्वित कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने क्रियान्वित कार्यों का मौके पर पहुंचकर औचक निरीक्षण ही नहीं किया बल्कि व्यवस्थाओं के संबंध में जरूरी दिशा-निर्देश भी अधिकारी कर्मचारियों को दिए।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने लटेरी में संचालित शासकीय आईटीआई का निरीक्षण कर विषय विशेषज्ञों को मार्गदर्शन प्रदान करते हुए आईटीआई में छात्रों की प्रवेश संख्या बढ़ाने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा है कि 10वीं 12वीं कर चुके विद्यार्थियों का रुझान आईटीआई में कौशल शिक्षा प्राप्त करने की और बढ़े इसके लिए आवश्यक कार्रवाई करें स्कूलों कॉलेजों में पहुंचकर बच्चों को आईटीआई में प्रवेश लेने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि बच्चे जब तक अपनी पढ़ाई पूरी करें तब तक वह आईटीआई का कोर्स कर रोजगार प्राप्त कर लें यही शासन की मंशा है।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने लटेरी भ्रमण के दौरान लटेरी एसडीएम कार्यालय के माध्यम से संपादित किए जा रहे कार्यों का मुआयना किया तथा पूर्व रिकार्ड संधारण के प्रबंधों को जाना है। उन्होंने एसडीएम श्री विनीत तिवारी को निर्देश दिए हैं कि आवेदक गण अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए यहां वहां भटकें ना और उन सभी के कार्य समयावधि में हों का पालन सुनिश्चित कराएं। इस दौरान उन्होंने राजस्व प्रकरणों का समय सीमा में निराकरण और पक्षकारों को समय सीमा में नकल उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं।
धरती आबा अभियान शिविर में पहुंचे कलेक्टर
कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने धरती आबा अभियान अंतर्गत लटेरी तहसील के रायपुरा में आयोजित लाभ संतृप्ति शिविर में पहुंचकर योजना से लाभान्वित हितग्राहियों और ग्रामीणों से संवाद किया। उन्होंने शिविर के उद्देश्यों को रेखांकित करते हुए विभाग वार लाभान्वित हितग्राहियों की जानकारी भी ली।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने शासन द्वारा प्राप्त दिशा-निर्देशों पर जिले में क्रियान्वित धरती आबा अभियान के माध्यम से जनजातीय वर्ग के उत्थान के लिए किये जा रहे कार्यों पर गहन प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों तक पहुंचे इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, ताकि जनजाति वर्ग के हितग्राहियों को योजनाओं के लाभ और सुविधाएं मिल सकें।