एमपी धमाका, उज्जैन
शासकीय आयुर्वेद औषधालय करोहन एवं शासकीय धन्वंतरि आयुर्वेद महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय आयुष मिशन योजना अंतर्गत आयुष ग्राम जरखोदा के मुख्य चौराहे पर निशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। जिला आयुष अधिकारी डॉक्टर मनीषा पाठक ने बताया कि शिविर में 106 रोगियों की जांच कर निशुल्क आयुर्वेद औषधियों का वितरण किया गया।
शिविर की थीम सामान्य मुख समस्याओं के लिए देखभाल के अंतर्गत डॉक्टर जितेंद्र जैन, आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी आयुष्मान आरोग्य मंदिर करोहन ने ग्रामीणों को बताया कि आचार्य सुश्रुत के अनुसार मुख रोग 65 प्रकार के होते हैं उनके स्थान भेद से अधिष्ठान आठ हैं होठ, दंतमूल, दांत, जिह्वा,तालु, गला,व कंठ, पूरे मुख का अभ्यांतरभाग। मुख हमारी आंतों का दर्पण है। सामान्यतः दही दूध,सुक्त, मुख नीचा करके सोना इन कार्यों से तथा दातुन आदि हितकर दैनिक कर्म से द्वेष करने वाले व्यक्तियों को मुख के भीतर कफ प्रधान दोषप्रकुपित होकर नाना प्रकार के मुख रोग उत्पन्न करते हैं। मुख रोगों से बचाव के लिए कवल(पाठा, रास्ना, अतिविषा आदि औषधियों से सिद्ध क्वाथ से मुख में संचार करना),औषधि सिद्ध क्वाथ, सरसों के तेल से असंचारी गणडूषकरना, मुख वैशद्य कारक द्रव्य (जातिफल, लता कस्तूरी, सुपारी, कंकोल, तांबूल पत्र इलायची आदि धारण करना), नस्य, दंतधावन करना, कर्णपूरन मुख रोगों से बचाव के लिए उपाय हैं। शिविर में डॉक्टर जितेंद्र जैन, डॉ अक्षत साहू, डॉ दशरथ धाकड़ डॉक्टर मनीष गुप्ता ने चिकित्सा कार्य किया। शिविर का उद्घाटन सरपंच जितेंद्र गोयल, सचिव प्रहलाद बैरागी ने किया।