एमपी धमाका, विदिशा
यह तस्वीर जिला मुख्यालय के जनपद पंचायत कार्यालय के सामने की है। जाहिर है जिम्मेदार अधिकारी की नजर जब अपने कार्यालय की बदहाली पर नहीं है तो वे श्मशान घाटों को क्या सुधारेंगे?
जबकि विदिशा जिले में श्मशान घाटों की बदहाली के मामले उजागर होने के बाद जिला पंचायत सीईओ और संबंधित जनपद पंचायत सीईओ छोटे कर्मचारियों को डांटने फटकारने में लग गए हैं और अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं।
वातानुकूलित आफिस में बैठकर वातानुकूलित गाड़ियों में चलने वाले इन अधिकारियों की क्या कोई जिम्मेदारी नहीं? जो केवल निर्देश देने और खामियां उजागर होने पर छोटे कर्मचारियों की गर्दन पकड़ते हैं।