एमपी धमाका, जतारा
जतारा के युवक शिवम चौबे की संदिग्ध मौत को लेकर पुलिस द्वारा अब तक कोई कार्रवाई न किए जाने के विरोध में मृतक के परिवार के लोग जतारा के अन्य लोगों के साथ 8 सितंबर को झांसी के आईजी और एसपी को ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष जांच की मांग करेंगे। मामले का खुलासा नहीं होने पर क्षेत्रवासियों में जमकर आक्रोश व्याप्त है।
9 अगस्त को 27 वर्षीय जतारा निवासी शिवम चौबे रहस्यमय तरीक़े से यूपी के मऊरानीपुर से लापता हो गए थे, उनके परिजनों की रिपोर्ट पर जतारा पुलिस थाने में गुम इंसान की कायमी की गई थी। आज के दो दिन बाद 31 अगस्त को लापता शिवम का शव यूपी के सपरार बांध में मिला था।
शिवम की संदिग्ध मौत को लेकर जतारा समेत आसपास के गांव में शोक व्याप्त है और लोग निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
1 सितंबर को नगर के और इस पास के ग्रामीण अंचलों से आए सभी समाज के हजारों लोगों ने शिवम चौबे को श्रद्धांजलि देकर मौन जुलूस निकालकर एसडीओपी को ज्ञापन दिया था।
श्रद्धांजलि सभा में जतारा के सभी जाति वर्ग समाज के लोग एवं क्षेत्र से आये हजारों लोग शामिल हुए थे।
नगर जतारा के वार्ड नंबर 4 निवासी आनंद चतुर्वेदी उर्फ शिवम चतुर्वेदी जो 29 अगस्त को अपने घर से सुबह एजेंसी के लिए निकला था, जो एक हीरो एजेंसी में फाइनेंसर का काम करता था और वहीं ऑफिस से उत्तर प्रदेश के मऊरानीपुर किसी काम के लिए गया हुआ था। जब शिवम के पिता प्रभु दयाल चौबे ने अपनी बेटे से शाम 6:55 पर बात की तो शिवम का जवाब आया कि मैं 10 मिनट में आ रहा हूं लेकिन एक-दो घंटे बीत जाने के बाद भी शिवम की कोई खबर नहीं आई तो घर वालों को चिंता सताने लगी। परिजनों ने शिवम के दोस्तों से संपर्क साधा तो उनके दोस्तों ने बताया कि वह मऊरानीपुर किसी काम के लिए गया है और आ रहा होगा। रात 10:00 बजे तक वह नहीं आया तो परिजनों ने जतारा थाना जाकर के शिवम की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और मऊरानीपुर में कोतवाली में भी इसकी सूचना दी। 30 तारीख को सुबह परिजनों के पास खबर आती है कि एक मोटरसाइकिल और एक बैग और तौलिया मिली है उसको देख ले जब परिजनों ने जाकर देखा तो वह मोटरसाइकिल और बैग शिवम का था जो की लावारिस हालत में पड़ा हुआ था। मोटरसाइकिल पर पत्थरों से कुचलने के निशान और मोटरसाइकिल से करीब 200 फीट दूरी पर बैग और बैग में रखे कागज पड़े हुए थे। इसके बाद इस बैग से 100 मीटर की दूरी पर शिवम का गमछा पड़ा हुआ था, तो परिजनों को और भी चिंता सताने लगी और शिवम की तलाश शुरू हुई। परिजनों को 31 तारीख की सुबह जानकारी मिली कि मऊरानीपुर यूपी के सपरार बांध में शव तैर रहा है तो सूचना पाकर परिजन पहुंचे और उनकी पहचान शिवम के रूप में की गई। आशंका है कि शिवम की हत्या कर उसको पानी में फेंका गया है, क्योंकि शिवम 29 तारीख के 6:18 पर मऊरानीपुर के सिरोठिया पेट्रोल पंप से पेट्रोल डालते हुए देखा जिसकी फुटेज सामने आई है और फिर जब 7:45 पर शिवम का फोन पर संपर्क किया तो मोबाइल बंद आ रहा था। शिवम का रहस्यमय तरीके से लापता होना और एक दिन बाद उसके मोटरसाइकिल का मिलना और फिर तीसरे दिन उसके शव का मिलना, उसकी हत्या का संदेह जता रहे हैं।
इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर कल झांसी में आईजी और सपा को ज्ञापन दिया जाएगा।