एमपी धमाका, आलीराजपुर
कलेक्टर श्रीमती नीतू माथुर ने जनसुनवाई के दौरान अभिनव पहल करते हुए कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई हेल्प डेस्क बनाने के निर्देश दिए हैं, जिससे आदिवासी ग्रामीणों का अर्जी बनवाने में होने वाले आर्थिक शोषण और परेशानी से निजात दिलाई जा सके।
कलेक्टर ने मंगलवार को जनसुनवाई में ग्रामीणों की शिकायतें सुनकर उनका निराकरण करने के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए। इस दौरान उन्हें ज्ञात हुआ कि दूरदराज से आने वाले ग्रामीणों को आवेदन तैयार करवाने के लिए शुल्क देना पड़ता है , साथ ही आवेदन तैयार करने के लिए यहां-वहां जाना पड़ता है। जिसके कारण उनका समय भी खराब होता है। इन समस्याओं को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर श्रीमती माथुर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि आगामी जनसुनवाई के पूर्व जनसुनवाई हेल्प डेस्क का निर्माण करें जहां पर कर्मचारियों द्वारा आवेदकों के लिए आवेदन निशुल्क रूप से तैयार किए जाएं। इस हेल्प डेस्क के निर्माण के बाद आवेदकों को आवेदन के लिए कहीं जाना नहीं पड़ेगा , जिससे उनके समय के साथ-साथ पैसों की भी बचत भी होगी।
उन्होंने समस्त अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि आगामी दिनों में मुख्यालय की तर्ज पर अपने-अपने कार्य क्षेत्र में जनसुनवाई का आयोजन कर संबंधित क्षेत्र के ग्रामीणों को राहत दें। जिसका व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। साथ ही प्रति जनसुनवाई में प्राप्त आवेदनों की संख्या, विषय और निराकरण आदि का प्रतिवेदन तैयार कर जिला मुख्यालय को अवगत कराएं।
कलेक्टर श्रीमती माथुर ने बताया कि उनके द्वारा आगामी दिनों में आयोजित जनसुनवाई में पृथक-पृथक अनुभाग क्षेत्र में भ्रमण कर जनसुनवाई का आयोजन मुख्यालय की तर्ज पर किया जाएगा। जिससे दूरदराज के ग्रामीणों को मुख्यालय तक आना न पड़े। कलेक्टर द्वारा किस क्षेत्र में जनसुनवाई का आयोजन किया जाएगा, इसकी सूचना पूर्व में जारी की जाएगी । जिससे संबंधित क्षेत्र के ग्रामीणों का अपनी समस्याओं से संबंधित आवेदन देने में आसानी होगी। आज जनसुनवाई में 22 आवेदन प्राप्त हुए । उन्होने संबंधित विभाग को सौंप कर नियमानुसार एवं तीव्रता से निराकरण करने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए।