एमपी धमाका विदिशा
कलेक्टर अंशुल गुप्ता की अध्यक्षता में जिला पुरातत्व पर्यटक एवं संस्कृति परिषद की कार्यकारिणी बैठक गुरूवार को आयोजित की गई। बैठक में विदिशा की पुरातत्व धरोहरों पर सैलानियों के कम संख्या में पहुंचने पर चर्चा की गई। बताया गया कि पर्यटक विदिशा ना कर सांची से लौट जाते हैं।
बैठक में वन मण्डलाधिकारी हेमंत यादव, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती अनुभा जैन, जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ पंकज जैन के अलावा समिति सदस्यगण और विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहें।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने समिति के सदस्यों द्वारा दिए गए सुझावों पर अमल करने संबंधित विभागों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हम सबका यही उद्धेश्य है कि विदिशा जिले की पुरातत्व धरोहर देखने हेतु अधिक से अधिक पर्यटक विदिशा के स्थलों तक पहुंचे। अभी तक सामान्यतः सांची तक पर्यटक आते हैं किन्तु जिले की पुराधरोहर की ओर रूझान बढे़, इसके लिए पर्यटको को प्रदाय की जाने वाली सुगमताओं में वृद्धि हो, सहज सरल तरीकों से उन्हें जिले के पर्यटनों की जानकारी प्राप्त हो। इस कार्य में सोशल मीडिया, इलेक्ट्राॅनिक मीडिया और प्रिन्ट मीडिया के माध्यम से हर स्तर पर प्रचार प्रसार कराया जाना सुनिश्चित हो।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि जिले के पुरातत्व धरोहरों की जानकारियों का प्रदर्शन सुगमता से देखा जा सुने इसके लिए उन्हानें छोटी-छोटी डाक्यूमेन्ट्री फिल्में बनाए जाने पर बल दिया। इसके अलावा व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए आयोजित होने वाले स्पोर्टस गतिविधियों के माध्यम से मूर्तरूप दिया जाए। आगामी एक सप्ताह में हमें क्या करना है और उसके क्या परिणाम निकलेंगे, विभागवार स्पष्ट परलिक्षित हो। इसी प्रकार की अपेक्षा उन्होंने समिति के अन्य सदस्यों व स्वंयसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों से व्यक्त किए हैं। पूर्व बैठक में लिए गए निर्णयों के पालन प्रतिवेदन की भी जानकारी प्राप्त की गई हैं।
मोनो
विदिशा जिले की पुरातत्व धरोहर को रेखांकित करने के लिए मोनो के संबंध में अधिक से अधिक सुझाव व डिजाईन डल ळवअ मोबाइल एप पर रजिस्टर्ड कराने की प्रक्रिया क्रियान्वित की जाए। ततसंबंध में पुरस्कारो की भी घोषणा की जाए।
मोटरवोट
जिलेे के जल संचय क्षेत्रो में पर्यटको का रूझान बढे इसके लिए पर्यटको को प्रदाय की जाने वाली सुविधाओं के साथ-साथ मोटरवोट संचालित करने का भी निर्णय लिया गया है। विदिशा मुख्य नगरपालिका अधिकारी दुर्गेश सिंह ठाकुर ने बताया कि विदिशा शहर में स्थित माधव उद्यान के तालाब में एक नवम्बर से मोटरवोट का संचालन किया जा रहा है। इसके लिए प्राथमिक तौर पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई गई है।
बैठक की शुरूआत में पीपीटी के माध्यम से जिले का सामान्य परिचय से अवगत कराया गया ततपश्चात जिला पुरातत्व पर्यटन एवं सांस्कृतिक परिषद क्या करेंगी की निर्धारित बिन्दुओं पर प्रकाश डाला गया है वहीं पूर्व बैठक में लिए गए निर्णयो की कार्यवाही का पालन प्रतिवेदन संबंधित विभागो के द्वारा प्रस्तुत किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रो की प्राचीन पुराधरोहर के आसपास बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने हेतु संबंधित ग्राम पंचायत का सहयोग लिया जाए जिसमें पीने का पानी, स्नेक्स तथा शौचालय और पर्यटन से संबंधित जानकारीयुक्त फोल्डरो का वितरण सुगमता से हो सकें।
जिले के सभी छोटी बडी होटलो में भी पुरातत्व धरोहर व पर्यटन स्थलों की जानकारी आगंतुको को प्राप्त हो इसके लिए होटल संचालको के सहयोग से प्रदर्शन किया जाए व छोटे-छोटे ब्रोसर तैयार कराए जाएं ताकि आने वाले पर्यटको को जानकारी सुगमता से मिल सकें। निर्धारित स्थलों पर साइनबोर्ड लगाए जाने के संबंध में विभागों को जबावदेंही सौंपी गई है।