एमपी धमाका, विदिशा
विदिशा जिले में भी स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के तहत स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें व्यक्तिगत शौचालय निर्माण, ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन, और सामुदायिक स्वच्छता पर ध्यान दिया जा रहा है। लेकिन कई ग्राम पंचायतों में सरकारी पैसों की बंदरबांट के चलते सामुदायिक स्वच्छता परिसर या तो आधे अधूरे पड़े हैं या फिर कमियों के कारण सालों से चालू ही नहीं हो पाए हैं।
केंद्र सरकार की स्वच्छ भारत मिशन योजना पूरी तरह भ्रष्टाचार के फंदे में फंस चुकी है, जिससे ग्रामीणों को इस योजना का लाभ पूरी तरह से नहीं मिल पा रहा है।
सागर रोड हाईवे पर स्थित ग्राम पंचायत खरी का सामुदायिक स्वच्छता परिसर भवन भ्रष्टाचार का शिकार हो चुका है और पिछले 5 साल से आधा अधूरा पड़ा है। केवल बाहर से रंग रोगन करवा दिया गया है और भवन केवल महिला बाल विकास के नारे लिखने के काम आ रहा है। जिसके चलते प्रधानमंत्री मोदी का स्वच्छता मिशन चौपट हो चुका है। लाखों रुपए का बंदरबांट कर योजना को फेल कर दिया गया।
गांव के लोगों का कहना है कि पूर्व सरपंच द्वारा गबन किए जाने के कारण कई योजनाएं आधी अधूरी पड़ी हैं और अधिकारी कुछ नहीं कर रहे हैं।