एमपी धमाका, विदिशा
कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने सीएम हेल्पलाइन रैंकिंग में गिरावट होने पर चिंता जताते हुए सुधार लाने की हिदायत अधिकारियों को दी है। उन्होंने सोमवार को लंबित आवेदनों की समीक्षा की। उन्होंने जिला व खण्ड स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि विभागीय प्राप्त आवेदनों का समय सीमा में निराकरण कराया जाना सुनिश्चित करें। कलेक्टर श्री गुप्ता ने सीएम हेल्पलाइन के तहत दर्ज आवेदनों के निराकरणों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिले की रैकिंग सूची में गिरावट आ रही है जो अच्छी बात नहीं है। अतः अधिकारी विभागीय आवेदनों के निराकरणों के लिए स्थानीय स्तरों पर विशेष पहल करें। उन्होंने आवेदनों का एल वन स्तर पर ही निराकरण हो ऐसी पद्धति अपनाने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन की सी और डी ग्रेड सूची में शामिल विभागों के अधिकारियों के प्रति सख्त रवैया अपनाते हुए उन्होंने हिदायत दी है कि दो दिवस के भीतर में आवेदनों के निराकरण मामलो में सुधार परलिक्षित नहीं होता है तो वेतन रोकने की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने सभी एसडीएमों को अपने-अपने स्तर पर सीएम हेल्पलाइन के दर्ज आवेदनों का संतुष्टिपूर्वक समाधान हो इसके लिए ग्राम स्तरीय अमले को आवेदनवार जबावदेंही सौंपी जाए ताकि आवेदनकर्ता निराकरण की अद्यतन स्थिति से अवगत हो और संतुष्टिपूर्वक समाधान से अपनी शिकायत में जबाव दाखिल कराना सुनिश्चित करेंगे। अपर कलेक्टर अनिल कुमार डामोर ने बताया कि जिले में सौ दिवसीय शिकायतों की संख्याओं में वृद्धि हो रही है यह तीन हजार से बढ़कर पांच हजार हो गई है। जिसमें आधे से अधिक आवेदन महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं से संबंधित है। विभागीय अधिकारी को निर्देशित किय गया कि परियोजनावार आवेदनों का संतुष्टिपूर्वक समाधान कराना सुनिश्चित करें और हर रोज की रिपोर्ट जिला कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने लंबित आवेदनों की समीक्षा बैठक में सीएम मानिटरिंग बिन्दुओं के तहत विभागवार दर्ज आवेदनो के निराकरणो पर भी विशेष जोर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिले में अस्सी प्रतिशत से अधिक आवेदनो का निराकरण विभागो के अधिकारियों द्वारा कराया गया है जिसे शत प्रतिशत कराया जाना सुनिश्चित करेंगे। बैठक में जन सुनवाई कार्यक्रम के अलावा विभिन्न वरिष्ठ कार्यालयों के साथ-साथ भ्रमण के दौरान प्राप्त आवेदनो की निराकरणो की अद्यतन स्थिति का जायजा कलेक्टर द्वारा लिया गया है।
कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार में आयोजित उक्त बैठक में जिला पंचायत सीईओ के द्वारा ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से निराकृत की जानी वाली शिकायतो के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए ग्राम पंचायत स्तर पर शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए गए है इन शिविरो में अन्य विभागो के अधिकारी भी मौजूद रहें ताकि विभागीय आवेदनो के निराकरणो के साथ-साथ शासकीय हितग्राहीमूलक योजनाओ की जानकारी देकर योजनाओं के हितलाभ से वंचित हितग्राही को लाभांवित कराने की प्रक्रिया क्रियान्वित की जा सकें। बैठक में अपर कलेक्टर के अलावा संयुक्त कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर, प्रशिक्षु वन मण्डलाधिकारी हिमांशु त्यागी व विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी मौैजूद रहे।