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रीवा में पंचतत्व में विलीन हुए मोहन यादव के ससुर, बेटी और दामाद सीएम नहीं हो पाए शामिल

एमपी धमाका 
रीवा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के ससुर ब्रह्मानंद यादव का बुधवार की दोपहर रीवा स्थित मुक्ति धाम में अंतिम संस्कार किया गया। मुख्यमंत्री मोहन यादव और उनकी पत्नि सीमा यादव विदेश यात्रा पर होने के करण अंतिम यात्रा में शामिल नहीं हो सके बुधवार को मुख्यमंत्री मोहन के दोनों बेटे रीवा पहुंचे और नाना की अंतिम यात्रा पर शामिल होकर उन्होंने अपने नाना के पार्थिव शरीर को कांधा दिया. ब्रह्मानंद यादव के पार्थिव शरीर को उनके बड़े बेटे रामानंद ने मुखाअग्नि देकर अंतिम संस्कार किया जसके बाद दिवंगत ब्रह्मानंद यादव का पार्थिव शरीर पंचतत्त्व में विलीन हो गया।

*बीमारी के चलते उत्तर प्रदेश के पैतृक गांव मे ली अंतिम सांस-:*
बता दें की मुख्यमंत्री मोहन यादव के ससुर ब्रम्हानंद यादव की आयु 98 वर्ष थी वह उत्तर प्रदेश में स्थित आयोध्या जिले के अम्बेडकर नगर स्थित अपने आवास पर थे लंबे समय से वह बीमार चल रहे रहे थे बीमारी के चलते अचानक से उनका स्वास्थ खराब हुआ था जिसके बाद उनका इलाज सुल्तानपुर जिला अस्पताल में कराया गया था स्वास्थ ठीक होने के बाद उन्हें मंगलवार शाम को घर लाया गया जहां शाम 6:30 बजे उनका निधन हो गया उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले से पार्थिव शरीर रीवा स्थित निवास लाया गया इसके बाद बुधवार दोपहर उनका अंतिम संस्कार किया गया।

अंतिम यात्रा में शामिल नहीं हो सके मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी-:

सीएम मोहन यादव और उनकी पत्नी सीमा यादव विदेश दौरे पर हैं ससुर के दुखद निधन की सूचना मुख्यमंत्री मोहन यादव को दे दी गई थी मगर स्पेन में होने के चलते वे ससुर की अंतिम यात्रा में शामिल नहीं हो सके सीएम के साथ विदेश दौरे पर उनकी पत्नी भी हैं लिहाजा वो भी पिता की अंतिम यात्रा में शामिल नहीं हो सकीं बुधवार सुबह मुख्यमंत्री मोहन यादव के दोनों बेटे अभिमन्यु और वैभव यादव रीवा के संजय नगर स्थित अपने ननिहाल पहुंचे जहां दोनों ने नाना की अर्थी को कांधा दिया वहीं दिवंगत ब्रह्मानंद यादव के बड़े बेटे रामानंद यादव ने पिता को मुखाग्नी दी।

*मुख्यमंत्री के ससुर ने रीवा में गुजारे 45 वर्ष-:*
बता दें कीब्रह्मानंद यादव का पैतृक गांव यूपी के अयोध्या जिले में स्थित अंबेडकर नगर में है, जो उनकी जन्म स्थली भी थी जबकि रीवा उनकी कर्म भूमि है। यहां पर उन्होंने अपने जीवन के 45 वर्ष गुजारे रीवा में रहने के दौरान वह शासकीय विद्यालय में शिक्षक के पद पर रहे और फिर प्रधानाध्यापक पद से वह रिटायर्ड हुए उनकी ही इच्छा के मुताबिक उनके बेटों ने कर्मभूमि रीवा में उनका अंतिम संस्कार किया।

भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से था गहरा नाता-:

ब्रह्मानंद यादव का भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से गहरा नाता था रीवा में रहते हुए उन्होंने गीता स्वाध्याय मंडल को संचालित किया इसके आलावा संघ के स्वयं सेवक रूप में सरस्वती शिक्षा परिषद महाकौशल प्रांत के संगठन मंत्री भी रहे वह सादगी के पुजारी थे और अक्सर साइकल से ही चलते थे यहां रहते हुए एक एक संघ के सदस्यों को आपस में जोड़कर उन्होंने एक बड़ा परिवार खड़ा किया उनके निधन से सारा संघ और भाजपा परिवार दुखी है।

मुख्यमंत्री के दोनों बेटों ने नाना की अर्थी को दिया कांधा-:
मुख्यमंत्री मोहन यादव के ससुर के निधन के बाद उनकी अंतिम यात्रा में उनके परिवार, रिश्तेदार, संघ और बड़ी तादात में भाजपा नेता व सीएम के दोनों बेटे भी शामिल हुए। दोनों बेटों ने नाना के पार्थिव शरीर को कन्धा दिया।

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