अवैध धर्मांतरण और देश-विरोधी गतिविधियों के आरोपों में गिरफ्तार जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. आज तक/इंडिया टुडे के पास मौजूद एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक, छांगुर बाबा ने विदेशों में भी कई बैंक अकाउंट खुलवा रखे थे।
प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी को अब तक 5 ऐसे बैंक अकाउंट की जानकारी मिली है, जिनके जरिए छांगुर बाबा और उसके नेटवर्क ने विदेशों में पैसों का लेनदेन किया था।
यह खुलासा छांगुर बाबा के इंटरनेशनल नेटवर्क की ओर इशारा करता है, जो भारत में धर्मांतरण और अन्य संदिग्ध गतिविधियों के लिए विदेशों से फंडिंग हासिल कर रहा था. जानकारी के मुताबिक, छांगुर बाबा ने शारजाह में एक बैंक अकाउंट खोला हुआ था, जो Axis बैंक का है।
इसके अलावा दुबई में भी उसका एक अकाउंट Axis बैंक में था. इतना ही नहीं, UAE में उसके HDFC बैंक, Emirates NBD बैंक और Federal बैंक (Vastro अकाउंट) में भी खाता होने की जानकारी मिली है. ये पांचों बैंक खाते अब जांच एजेंसियों के रडार पर हैं।
ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) इन खातों से जुड़े ट्रांजेक्शन की पूरी डिटेल खंगाल रही है. ईडी की टीमें यह पता लगाने में जुटी हैं कि इन खातों में कितना पैसा जमा हुआ, कब-कब कितना ट्रांजेक्शन हुआ और वह पैसा किस-किस जगह ट्रांसफर किया गया. इस जांच के बाद साफ हो पाएगा कि भारत में धर्मांतरण नेटवर्क को विदेशों से कितना और किस माध्यम से फंड मिलता था।
सूत्रों के मुताबिक, इन बैंक खातों के खुलासे से यह भी साफ हो गया है कि छांगुर बाबा के विदेशों में भी सक्रिय एजेंट हैं, जो उसके नेटवर्क को सपोर्ट कर रहे थे. यह एजेंट विदेशों में बैठकर बाबा के खातों में पैसे जमा कराते थे, जो भारत में इस्तेमाल होता था।
बता दें कि अवैध धर्मांतरण रैकेट का सरगना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को यूपी एटीएस ने बीते दिनों बलरामपुर से गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद लगातार उसके नेटवर्क और फंडिंग के सोर्सेज की जांच की जा रही है. सवाल है कि आखिर छांगुर बाबा को विदेशों से किस तरह का सपोर्ट और फंडिंग मिल रही थी? क्या यह नेटवर्क सिर्फ धर्मांतरण तक सीमित है? ईडी की जांच के बाद यह साफ हो जाएगा।